कम्प्यूटर क्या है ? (What is Computer)

कम्प्यूटर क्या है ? (What is Computer) : कंप्यूटर(Computer ) एक  स्वचालित इलेक्ट्रॉनिक(Electronic ) मशीन है जो डाटा तथा निर्देशों को इनपुट(Input ) के रूप में ग्रहण करता है , निर्देशों के अनुरूप उनका विश्लेषण(Proccess)करता है तथा आवश्यक परिणामो को निश्चित प्रारूप में आउटपुट(Output ) के रूप में निर्गत करता है | 

यह डाटा के भंडारण तथा तीव्र गति और त्रुटि रहित ढंग से उसके विश्लेषण का कार्य करता है | इसके मुख्यतः तीन कार्य होते हैं पहला यूजर से डाटा को लेना जिसे हम Input भी कहते हैं. दूसरा काम यूजर से प्राप्त डाटा को Process करना,तथा तीसरा काम होता है की Process किये गए डाटा को Moniter Screen पर दिखाना जिसे हम Output कहते हैं। कम्प्यूटर क्या है ? (What is Computer)

कम्प्यूटर क्या है ? (What is Computer)
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कम्प्यूटर क्या है ? (What is Computer)

कम्प्यूटरअनेक जगहों  पर उपयोग किया जाता है ,जिनको कोई भी यूजर कैलकुलेट करने , ऑपरेट करने , मेमोरी प्रबंधन और सारणी बद्ध तरीके से परिणाम को देने जैसा कार्य आसानी से कर सकता है |

कम्प्यूटर क्या है ? (What is Computer)

कम्प्यूटर क्या है ? (What is Computer) कम्प्यूटर रेडिओ और टेलीविजिन की  भाती इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जो इन्ही की तरह कार्य करता है , जिसमे किसी की आकड़े को इनपुट करके उसकी प्रोसेसिंग करवा के जल्द से जल्द सही परिणाम को प्राप्त किया जा सकता है |

कम्प्यूटर क्या है ? (What is Computer) दूसरे शब्दों में –  कंप्यूटर एक कैलकुलेशन मशीन होती है जिनमे जटिल से जटिल आकड़े को कैलकुलेट आसानी से कर सकते है , कंप्यूटर के भाषा में कंप्यूटर को सिस्टम भी कहा जाता है |

किसी भी कम्प्यूटर को तैयार करने के लिए कुछ उपकरणों की आवश्यकता होती है –

  1. मॉनिटर (Monitor)
  2. माउस (Mouse)
  3. की – बोर्ड (Key-Board)
  4. सी.पी.यू.(C.P.U.)
  5. मदर बोर्ड (Mother Board)
  6. रैम (Ram)
  7. हार्डडिस्क(Harddisk)
  8. पावर सप्लई (Power supply)
  9. सिस्टम फैन (System Fan)
  10. प्रोससर (Processor)

 इन सभी उपकरणों को मिला कर पूरा एक Computer System तैयार किया जाता सकता है .


क्या आप जानते हैं ?

कम्प्यूटर(Computer) शब्द की उत्पत्ति ग्रीक भाषा के (Compute) से हुई है  जिसका अर्थ है –
गणना करना (Calculation) 
इसे  हिंदी में “संगणक ” कहा जाता है | 

कम्प्यूटर का पूरा नाम :

C = Calculate

O = Operate

M =Machine

P = Particularly
U = Used for
T = Tabulate
E = Edit
R = Result

कम्प्यूटर क्या है ? (What is Computer) : कम्प्यूटर(Computer) एक ऐसा इलेक्ट्रॉनिक(Electronic) डिवाइस है जो की हमारी मदद करता है , अरिथमैटिक(Arithmatic) और लॉजिकल(Logical)  कैलकुलेशन(Calculation) करने में।

Importent Notes- कम्प्यूटर क्या है ? (What is Computer)

डाटा(Data) : डाटा तथ्यों और सूचनाओं का अव्यवस्थित  संकलन है। 
 डाटा को दो प्रकार में विभाजित किया गया है –
1. संख्यातम  डाटा(Numerical data) : यह अंको से बना डाटा होता है ,जिसमे  0,1 ,2 , ……… ,9  तक         अंको का प्रयोग किया जाता है | इस तरह के डाटा पर हम  अंकगणितीय क्रियाये कर सकते है। जैसे – विद्यार्थियों का प्राप्तांक , कर्मचारियों का वेतन  आदि। 
2. चिन्हात्मक डाटा(Alphanumerical data) :  इसमें अक्षरों , अंको तथा चिन्हो का प्रयोग किया जाता है , इसमें अंकगणितीय क्रियाये नहीं की जा सकती , पर इनकी तुलना की जा सकती है। 
     जैसे – कर्मचारी का पता। 
डाटाबेस(Database): यह डाटा का डिजिटल रूप में व्यवस्थित संकलन है जिसका विभिन्न उपयोग किया जाता है। 
डाटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम(Database Management System-DBMS) :  यह एक सॉफ्टवेयर है जो डिजिटल डाटाबेस का प्रबंधन , उसमें परिवर्तन , प्रोसेस करता है। 
सूचना(Information) :  डाटा का उपयोगिता के आधार पर किये गए विश्लेषण और संकलन के बाद प्राप्त तथ्यों को सूचना कहते है। 
सूचना प्राप्ति(Information Retrieval) :  आवश्यकतानुसार सूचना को पुनः प्राप्त करने की विधि सूचना प्राप्ति कहलाती है। 
डाटा प्रोसेसिंग(DataProcessing) :  डाटा का उपयोगिता के आधार पर किया जाने वाला विश्लेषण डाटा प्रोसेसिंग कहलाता है। 
नोट : डाटा अव्यवस्थित तथ्य है जबकि सूचना व्यवस्थित डाटा है। 
इलेक्ट्रॉनिक डाटा प्रोसेसिंग(Electronic Data Processing) :  इलेक्ट्रॉनिक विधि से डाटा का विश्लेषण इलेक्ट्रॉनिक डाटा प्रोसेसिंग कहलाता है। 
अनुदेश(Instruction) : कम्प्यूटर को कार्य करने के लिए दिए गए निर्देशों को अनुदेश  कहा जाता है। 
प्रोग्राम(Program) : कम्प्यूटर को दिए जाने वाले  अनुदेशों के समूह को प्रोग्राम कहते है। 
सॉफ्टवेयर(Software) :  प्रोग्रामो के समुच्चय को जो कम्प्यूटर के विभिन्न  कार्यो के सफल क्रियान्वयन के लिए उत्तरदायी होता है , सॉफ्टवेयर कहलाता है। 

कम्प्यूटर की विशेषता(Characteristics of Computer) :

1. गति(Speed) : कम्प्यूटर  एक सेकेण्ड  में लाखो गणनाये कर सकता है | किसी  मनुष्य द्वारा पूरे साल में किये जाने वाले कार्य को कम्प्यूटर कुछ ही सेकेंड में कर सकता है | कम्प्यूटर प्रोसेसर की स्पीड को हर्ट्ज(Hz) में मापते है | वर्तमान समय में कम्प्यूटर नैनो सेकंड में गणनाये  कर सकता है। 
2. स्वचालित(Automatic) :  कम्प्यूटर एक स्वचालित  मशीन है , जिनमे गणना के दौरान मानवीय हस्तक्षेप की सम्भावना नगण्य रहती है। 
3. त्रुटि रहित कार्य(Accuracy) : कम्प्यूटर की गणनाये लगभग त्रुटि रहित होती है | गणना के दौरान अगर कोई त्रुटि पायी जाती हैं तो वह प्रोग्राम या डाटा में मानवीय गलतियों के कारण होती है | अगर डाटा और प्रोग्राम सही है तो कम्प्यूटर हमेशा सही परिणाम देता है |  कभी -कभी वायरस के  कारण भी कम्प्यूटर में त्रुटिया आ जाती हैं। 
4. स्थायी भण्डारण क्षमता(Permanent Storage) : कम्प्यूटर में प्रयुक्त मेमोरी को डाटा, सूचना और निर्देश के स्थायी भण्डारण के लिए प्रयोग किया जाता है चूंकि कम्प्यूटर में सूचनाएं इलेक्ट्रॉनिक तरीके से संगृहीत की जाती है , अतः सूचना के समाप्ति होने की सम्भावना कम होती है। 
5. विशाल भण्डारण क्षमता(Large Stoge Capaciraty) : कम्प्यूटर के बाह्य तथा आतंरिक संग्रहण माध्यमों (हार्ड डिस्क , फ्लापी डिस्क , मैग्नेटिक टेप , सीडी रॉम ) में असीमित डाटा और सूचनाओं का संग्रह किया जा सकता है|  कम्प्यूटर में सूचनाएं कम घेरती हैं, अतः इनकी भण्डारण क्षमता विशाल और असीमित होती है। 
6. भंडारित सूचना को तीव्र गति से प्राप्त करना(Fast Retrieval) : कम्प्यूटर प्रयोग द्वारा कुछ ही सेकंड में भंडारित सूचना में से आवश्यक सूचना को प्राप्त किया जाता है |  रैम  के प्रयोग से यह काम और भी सरल हो जाता है। 
7. जल्द निर्णय लेने की क्षमता(Quick Decision) : कम्प्यूटर परिस्तिथियों का विश्लेषण कर पूर्व में दिए गए निर्देशों के आधार पर तीव्र निर्णय की क्षमता रखता है। 
8. स्फूर्ति(Agility) : कम्प्यूटर एक मशीन होने के कारण मानवीय दोषो से रहित है |  इसे थाकान तथा बोरियत महसूस नहीं होता है और हर बार समान क्षमता से कार्य करता है। 
9. गोपनीयता(Secrecy) :  पासवर्ड(Password) के प्रयोग द्वारा कम्प्यूटर के कार्य को गोपनीय बनाया जा सकता है। 
10. विश्वसनीयता(Reliability) : कम्प्यूटर प्रोसेस के पश्चात सही व भरोसेमंद परिणाम देता है तथा  गलती की सम्भावना नगण्य होती है। 

कम्प्यूटर की सीमाएं(Limitations of the Computer) :

1. बुद्धिहीन(No Mind) : कम्प्यूटर में स्वयं की सोचने और निर्णय लेने की क्षमता नहीं होती है यह केवल दिए गए दिशा निर्देशों के अंदर ही कार्य करती है। 
2. खर्चीला(Expensive) :  कम्प्यूटर के हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर काफी महंगे होते है तथा इन्हे समय- समय पर आवश्यकतानुसार परिवर्तित भी करना पड़ता है |
3. वायरस का खतरा(Immune to virus) :  कम्प्यूटर में वायरस का खतरा बना रहता है जो सूचनाओं और निर्देशों की दूषित और समाप्त कर सकता है | ये वायरस कम्प्यूटर की भण्डारण क्षमता को भी प्रभावित करते है |  हालाँकि एंटीवायरस  सॉफ्टवेयर का प्रयोग करके इससे बचा जा सकता है |
4. विद्युत पर निर्भरता(Depends on Electricity) :  कम्प्यूटर अपने कार्य के लिए विद्युत पर निर्भर करता है तथा इसके आभाव में कोई भी कार्य संपन्न कर पाने में सक्षम नहीं है |
कम्प्यूटर के अनुप्रयोग(Application of Computer) :  कम्प्यूटर का प्रयोग विभिन्न क्षेत्रो में किया जाता है |  वर्तमान में , शायद ही कोई ऐसा क्षेत्र होगा जहां कम्प्यूटर का प्रयोग नहीं होता होगा |
जैसे की –
1. डाटा प्रोसेसिंग(Data Pricessing) : बड़े और विशाल सांख्यिकीय डाटा से सूचना तैयार करने में कम्प्यूटर का प्रयोग किया जाता है , जनगणना ,सांख्यिकीय विश्लेषण , परीक्षाओ का परिणाम आदि को बनाने में इसका उपयोग किया जाता है |
2. शिक्षा (Education):  मल्टीमीडिया के विकास और कम्प्यूटर आधारित शिक्षा ने इसे  विद्यार्थियों के लिए उपयोगी बना दिया है , डिजिटल लाइब्रेरी ने पुस्तको की सर्वसुलभता सुनिश्चित कर दी |
3. वैज्ञानिक  अनुसन्धान(Scientific Research) :  विज्ञान के अनेक जटिल से जटिल रहस्यों को सिलझाने में कम्प्यूटर की सहायता ली जाती है | कम्प्यूटर में परिस्थितियों का उचित आकलन भी संभव हो पाता है |
4. रेलवे और वायुयान आरक्षण(Railway and Airlines Reservation) :  कम्प्यूटर की सहायता से किसी भी स्थान से अन्य स्थानों के रेलवे(Railway) और वायुयान(Airoplane) के टिकट लिए जा सकते है तथा इसमें गलती की सम्भावना भी नगण्य होती है
5. बैंक(Bank) :  कम्प्यूटर के अनुप्रयोग से बैंकिंग क्षेत्र में क्रांति आ गयी है , ए टी एम्(ATM) और ऑनलाइन बैंकिंग(Online Banking) , चेक के भुगतान , इसीएम(ECM) , रुपया गिनना तथा पासबुक(Passbook) इंट्री में कम्प्यूटर का प्रयोग किया जाता है |
6. चिकित्सा(Medicine) :  शरीर के अंदर के रोगो का पता लगाने , उनका विश्लेषण और निदान में कम्प्यूटर का विस्तृत प्रयोग हो रहा है |  सिटी स्कैन(CT Scan) , अल्ट्रासाउंड(Ultrasound) , एक्स -रे (X-Ray) तथा विभिन्न जांच में कम्प्यूटर का उपयोग होता है |
7. रक्षा(Defence) :  रक्षा अनुसंधान , वायुयान नियंत्रण , मिसाइल(Missiles) ,राडार(Radar) आदि में कम्प्यूटर का उपयोग होता है |
8. अंतरिक्ष प्रोद्दोगिकी(Space Technology) :  कम्प्यूटर के तीव्र गणना क्षमता के कारण ही ग्रहो ,उपग्रहों और अंतरिक्ष(Space) की घटनाओ का सूक्षम अध्ययन किया जाता है कृत्रिम उपग्रहों(Satellites) में भी कम्प्यूटर का विशेष प्रयोग हो रहा है |
9. संचार(Communication) :  आधुनिक संचार व्यवस्था कम्प्यूटर के प्रयोग के बिना संभव नहीं है |  टेलीफोन(Telephone) और इंटरनेट ने संचार क्रांति को जन्म दिया है | तंतु प्रकाशिकी संचरण में कम्प्यूटर का प्रयोग किया जाता है |
10. मनोरंजन(Recreation) :  सिनेमा , टेलीविजन(TV) के कार्यक्रम , वीडियो गेम(Video-game) में कम्प्यूटर का उपयोग कर प्रभावी मनोरंजन प्रस्तुत किया जा रहा है |  मल्टिमीडिया(Multimedia) के प्रयोग ने कम्प्यूटर को मनोरंजन का उत्तम साधन बना दिया है |
11. डिजिटल पुस्तकालय(Digital Library) :  पुस्तकों को अंकीय स्वरूप प्रदान कर उन्हें अत्यंत कम स्थान में अधिक समय के लिए सुरक्षित रखा जा सकता है इसे इंटरनेट(Internet) से जोड़ देने से इसे किसी भी स्थान से इसमें संगृहीत सूचना को प्राप्त किया किया जा सकता है |
कम्प्यूटर क्या है ? (What is Computer) आजकल शायद ही कोई ऐसा क्षेत्र होगा जिसमे कम्प्यूटर उपयोग नहीं किया जाता होगा |
पर्यावरण(Environment) ,पुस्तकालय(Library) , यातायात(Transport) , पुलिस प्रशासन(Police) ,मौसम विज्ञान(Weather Science) , संगीत(Music) ,चित्रकला , ज्योतिष ,  इंजीनियरिंग डिवाइस(Engineering Device) आदि अनेक  क्षेत्रो में कम्प्यूटर का प्रयोग किया जाता है। 

कम्प्यूटर के अनुप्रयोग के प्रभाव(Impact of Computerisation) : 

1. समय की बचत :(Time Management)  कम्प्यूटर के कार्य करने की गति बहुत अधिक होती है जिससे किसी मनुष्य द्वारा एक साल में किया जाने वाला कार्य कम्प्यूटर के द्वारा कुछ ही मिनटों में किया जा सकता है। 
2. त्रुटि रहित कार्य :  कम्प्यूटर के प्रयोग से कार्य में त्रुटि की सम्भावना नगण्य होती है। 
3. बेरोजगारी : (Unemployment)  यह कम्प्यूटर(Computer) के विस्तृत अनुप्रयोग के कारण एक नकारात्मक(Negative) प्रभाव है | एक कम्प्यूटर(Computer) द्वारा सैकड़ो लोगो का  कार्य  किया जा सकता है जिससे लोगो की जीविका पर प्रभाव पड़ता है | परन्तु वैकल्पिक व्यवस्था और समुचित विकास द्वारा इस पर काबू पाया जा सकता है |  दूसरी तरफ , कम्प्यूटर से सम्बंधित क्षेत्रो में रोजगार का सृजन भी किया जा सकता है। 
                                                                                 रोचक तथ्य
1. भारत में कम्प्यूटर का प्रथम प्रयोग 16  अगस्त , 1986 को बंगलुरु के प्रधान डाकघर में किया गया , जबकि  भारत का प्रथम पूर्ण कम्प्युटरीकृत डाकघर नई दिल्ली का है। 
2. 2 दिसम्बर प्रतिवर्ष विश्व कम्प्यूटर साक्षरता दिवस (World Computer Day)के रूप में मनाया जाता है। 
3. हर क्षेत्र में कम्प्यूटर का वृहद अनुप्रयोग के कारण आधुनिक युग को “कम्प्यूटर युग “ की संज्ञा दी जाती है। 
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